मामूरा के लोगों को बड़ी राहत: सेक्टर-67 उपकेंद्र पर फीडर नंबर-7 का काम पूरा!
क्यों थी परेशानी?
फीडर नंबर-7 पर ज़रूरत से ज़्यादा लोड होने की वजह से मामूरा गांव और आसपास के इलाके बिजली कटौती से परेशान थे। बार-बार फीडर ट्रिप कर जाता था, जिससे उपभोक्ताओं की दिनचर्या और कारोबार बुरी तरह प्रभावित होते थे।
समाधान कैसे हुआ?
इस समस्या को हल करने के लिए बिजली विभाग ने तकनीकी सुधार की योजना बनाई। फीडर bay fercation के तहत लोड को अलग-अलग हिस्सों में बांटा गया, ताकि बिजली बिना रुकावट उपभोक्ताओं तक पहुँच सके।
जेई नव तेज सिंह की मेहनत
इस काम को सफलतापूर्वक पूरा कराने का श्रेय अवर अभियंता (जेई) नव तेज सिंह को जाता है। वे शुरू से ही इस समस्या को गंभीरता से ले रहे थे। उन्होंने न केवल अपने उच्च अधिकारियों को इस मुद्दे से अवगत कराया, बल्कि खुद भी ग्राउंड लेवल पर खड़े रहकर पूरी निगरानी की।
काम के दौरान कई बार रात-रात भर मेहनत करनी पड़ी। भीषण गर्मी और तकनीकी चुनौतियों के बावजूद जेई नव तेज सिंह ने अपनी टीम को मोटिवेट किया और उपभोक्ताओं को राहत दिलाने का संकल्प पूरा किया।
जेई के प्रति गांववालों का भरोसा
ग्रामीणों का सहयोग
यह काम आसान नहीं था। मरम्मत और सुधार के दौरान उपभोक्ताओं को कई बार बिजली कटौती का सामना करना पड़ा। लेकिन गांववालों ने धैर्य रखा और पूरा सहयोग दिया। उनकी उम्मीद है कि अब सालों से चली आ रही समस्या खत्म हो जाएगी और भविष्य में दोबारा सिरदर्द नहीं बनेगी।
जेई का बयान
मेरा विश्लेषण
नोएडा जैसे तेजी से बढ़ते शहरों में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है। ऐसे समय में अधिकारियों का संवेदनशील होना और समय रहते कदम उठाना बेहद जरूरी है। जेई नव तेज सिंह का यह प्रयास दिखाता है कि जब कोई अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से निभाए, तो उपभोक्ताओं को राहत जरूर मिलती है।
निष्कर्ष
17 सितंबर 2025 को पूरा हुआ यह काम मामूरा गांव और आसपास के इलाकों के लिए बड़ी राहत साबित हुआ है। इसमें जेई नव तेज सिंह की मेहनत और ईमानदारी की झलक साफ दिखती है। अब उम्मीद है कि गांववालों को सालों पुरानी बिजली की समस्या से छुटकारा मिलेगा और वे चैन की जिंदगी जी सकेंगे।