पूर्वी दिल्ली में ईद-उल-अजहा को लेकर शांति समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित
डीसीपी श्री अभिषेक धानिया की अध्यक्षता में सौहार्द व समरसता बनाए रखने के लिए निर्देश जारी
पूर्वी दिल्ली : आगामी ईद-उल-अजहा पर्व को देखते हुए पूर्वी दिल्ली में शांति समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त (DCP) श्री अभिषेक धानिया, IPS ने की।
बैठक में पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, विभिन्न संबंधित विभागों के प्रतिनिधि, हिंदू-मुस्लिम-सिख-ईसाई एकता कमेटी, अमन कमेटी, पुलिस मित्र, RWA/MWA प्रतिनिधिगण, मुस्लिम इदारों से आए हुए वरिष्ठ सामाजिक सेवक एवं सभी धर्मों के गणमान्य नागरिक सम्मिलित हुए।
इस अवसर पर समाज के सभी वर्गों को ईद-उल-अजहा के दौरान आपसी भाईचारे, अमन-शांति और साफ-सफाई बनाए रखने का विशेष संदेश दिया गया। बैठक में तय किया गया कि इस वर्ष भी बकरीद के मौके पर कुछ अहम नियमों व दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा।
🌙 बकरीद नमाज़ और कुर्बानी को लेकर दिशा-निर्देश:
🔪 2. कुर्बानी की व्यवस्था:
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पूर्व वर्षों की भांति जहां सामूहिक (7 हिस्सों वाली) कुर्बानी होती रही है, वहीं इस वर्ष भी की जाए।
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किसी नए या विवादित स्थान पर कुर्बानी न करें। यदि ऐसा कोई प्रयास होता है, तो तत्काल निकटतम थाना प्रभारी को सूचित करें।
🐐 3. जानवरों की देखभाल और सुरक्षा:
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कुर्बानी के जानवर को केवल अपने घर या तय स्थान पर ही रखें।
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जानवरों को किसी पड़ोसी की दीवार से सटे स्थान या सार्वजनिक जगह पर न बांधें।
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जानवरों को बच्चों के हवाले न करें।
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पार्कों, गलियों, या सड़कों पर जानवरों को न घुमाएं। इससे दुर्घटना हो सकती है।
🌿 4. पर्यावरण और स्वच्छता:
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जानवर का चारा केवल चारा दुकानों से ही लें। आसपास के पौधों को नुकसान न हो, इसका ध्यान रखें।
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कुर्बानी करते समय स्थान को चारों ओर से ढकें और तत्काल साफ-सफाई करें।
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मांस के अवशेष (वेस्टेज) को केवल MCD के कंटेनर या डस्टबिन में डालें। इधर-उधर फेंकना वर्जित है, इससे अप्रिय स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
⚖️ 5. कानून का पालन जरूरी:
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किसी भी ऐसे जानवर की कुर्बानी न करें जिसकी अनुमति भारतीय कानून (Animal Protection Act) में नहीं है।
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भीड़ इकट्ठा न करें, नियमों का पालन करें।
📵 6. सोशल मीडिया और अफवाहों से बचें:
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किसी भी प्रकार की विडियो रिकॉर्डिंग, ऑडियो क्लिप या धार्मिक कॉन्टेंट न बनाएं और न ही किसी को फॉरवर्ड करें।
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अफवाहों पर ध्यान न दें। यदि कोई असामाजिक तत्व कोई हरकत करता है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
🚫 7. बाहर से आए विक्रेताओं पर निगरानी:
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जो लोग बाहर से बकरा बेचने आए हैं, उन्हें किसी प्रकार की पनाह या जगह न दें।
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उनकी जानकारी तुरंत स्थानीय पुलिस स्टेशन को दें।
🤝 8. सद्भाव और सहयोग का संदेश:
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कुर्बानी दिखावे के लिए नहीं, बल्कि अल्लाह की रज़ा और फर्ज के तहत होती है।
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ऐसा कोई कार्य न करें जिससे किसी धर्म या समुदाय की भावनाएं आहत हों।
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पड़ोसियों का ख्याल रखें और पूरे मोहल्ले में साफ-सफाई बनाए रखें।
📣 समापन संदेश:
बैठक में उपस्थित सभी समुदायों के प्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने पुलिस प्रशासन के निर्देशों का समर्थन करते हुए एकजुटता का प्रदर्शन किया। सभी ने आश्वासन दिया कि ईद-उल-अजहा को पूर्ण संयम, भाईचारे और नियमों का पालन करते हुए मनाया जाएगा।
यह निर्देश केवल जनहित, सामाजिक समरसता, और आपसी सद्भावना को बनाए रखने के उद्देश्य से दिए गए हैं। इनका उद्देश्य किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं है।
🏢 हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई एकता कमेटी (रजि.) के प्रतिनिधिगण:
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अध्यक्ष: डॉ. परवेज मियाँ
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कोषाध्यक्ष: रियाजुद्दीन सैफी
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महासचिव: सैयद अनुज आत्र्यै
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सचिव: एडवोकेट हरीश गोला
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प्रवक्ता (PRO): मुमताज सैफी
🔔 यदि किसी को कोई अशांति, अनैतिक गतिविधि या संदिग्ध जानकारी मिलती है, तो तुरंत स्थानीय बीट ऑफिसर या थाना प्रभारी से संपर्क करें।
धन्यवाद/शुक्रिया।
बहुत ही अच्छे टॉपिक पर खबर वेरी नाइस
ReplyDeletethanks
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