शिवानंद बाबा जी का निधन: योग और साधना के प्रतीक का शिवलोक प्रयाण, काशी में शोक की लहर

शिवानंद बाबा जी का निधन: योग और साधना के प्रतीक का शिवलोक प्रयाण, काशी में शोक की लहर

Source @narendramodi

काशी, 05 मार्च 2025: योग साधक और काशी के सुप्रसिद्ध संत शिवानंद बाबा जी के निधन से समूचा देश शोक में डूब गया है। योग और साधना को समर्पित उनके जीवन ने लाखों लोगों को आध्यात्मिक और शारीरिक स्वास्थ्य की राह दिखाई। पद्मश्री से सम्मानित शिवानंद बाबा जी का निधन काशीवासियों और उनके अनुयायियों के लिए अपूरणीय क्षति है।

शिवानंद बाबा जी ने अपने जीवन को योग और समाज सेवा के लिए समर्पित कर दिया था। काशी के घाटों से लेकर देश के कोने-कोने तक, उनकी सादगी और साधना की गूंज हर किसी को प्रेरित करती थी। योग के माध्यम से उन्होंने न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा दिया, बल्कि मानसिक शांति और आध्यात्मिक जागरूकता के महत्व को भी रेखांकित किया। उनके योग शिविरों में हजारों लोग शामिल होते थे, जहां वे निःशुल्क योग सिखाते और जीवन जीने की कला का संदेश देते थे।

भारत सरकार ने उनके अतुलनीय योगदान के लिए उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया था। यह सम्मान न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि था, बल्कि योग के प्रति उनके अटूट समर्पण का प्रतीक भी था। उनके अनुयायी उन्हें एक ऐसे संत के रूप में याद करते हैं, जिन्होंने आधुनिक युग में प्राचीन भारतीय योग परंपरा को जीवंत रखा।

काशी के लोगों का कहना है कि शिवानंद बाबा जी का जाना एक युग का अंत है। उनके निधन की खबर से सोशल मीडिया पर भी शोक संदेशों की बाढ़ आ गई है। एक यूजर ने लिखा, "बाबा जी का जीवन हमें सिखाता है कि सादगी और सेवा ही सच्चा धर्म है। उनकी कमी हमेशा खलेगी।"

इस दुख की घड़ी में देशभर के लोग और काशीवासी उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। शिवानंद बाबा जी का जीवन और उनकी शिक्षाएं आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेंगी। उनकी आत्मा को शांति मिले, यही हमारी प्रार्थना है।

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