ताजमहल में गंगाजल छिड़कने का विवाद: गौरव चौहान के दावे और कानूनी कार्रवाई
आगरा: भारत की शान और विश्व धरोहर ताजमहल एक बार फिर सुर्खियों में है। गौरव चौहान नाम के एक व्यक्ति ने ताजमहल के अंदर गंगाजल छिड़कने का दावा करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया। इस वीडियो में उन्होंने ताजमहल को "तेजो महालय" बताकर इसे भगवान शिव का मंदिर होने का दावा किया। इस घटना ने देशभर में हलचल मचा दी है। आइए, इस खबर को सरल और निष्पक्ष तरीके से समझते हैं।क्या है पूरा मामला?गौरव चौहान ने अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वे ताजमहल के मुख्य परिसर में गंगाजल छिड़कते नजर आ रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि ताजमहल कोई मकबरा नहीं, बल्कि एक प्राचीन शिव मंदिर है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और समाचार चैनलों व अखबारों में छा गया।इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने गौरव चौहान के खिलाफ मामला दर्ज किया। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के नियमों के अनुसार, ताजमहल में पानी या ऐसी चीजें ले जाना मना है, जो स्मारक को नुकसान पहुंचा सकें। पुलिस सूत्रों के अनुसार, गौरव चौहान इस मामले के बाद से फरार हैं और उनकी तलाश नैनीताल में की जा रही है।गौरव चौहान का पक्षहाल ही में गौरव चौहान ने अपने फेसबुक पेज पर एक और पोस्ट साझा की। इसमें उन्होंने कहा, "आप कोई अपराधी नहीं हैं, पुलिस का सहयोग कीजिए। देश में संवैधानिक व्यवस्था लागू है, सभी को उसी के साथ चलना होगा।" उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें कानूनी सहायता की जरूरत है। चौहान का कहना है कि उनकी मंशा गलत नहीं थी, और वे कानून का सम्मान करते हैं।ताजमहल का ऐतिहासिक महत्वताजमहल को मुगल सम्राट शाहजहाँ ने 1632 में अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था। यह एक मकबरा है और यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल है। इतिहासकारों और ASI के अनुसार, ताजमहल को मंदिर बताने का कोई ठोस प्रमाण नहीं है। यह स्मारक भारत की सांस्कृतिक धरोहर और दुनिया भर में प्रेम का प्रतीक है।क्यों उठा विवाद?गौरव चौहान की इस हरकत से कई सवाल उठे हैं:नियमों का उल्लंघन: ताजमहल में गंगाजल छिड़कना ASI के नियमों के खिलाफ है।ऐतिहासिक तथ्य: ताजमहल को मंदिर बताने का दावा इतिहास से मेल नहीं खाता।सामाजिक संवेदनशीलता: ऐसी गतिविधियां सामाजिक सद्भाव को प्रभावित कर सकती हैं।कानूनी कार्रवाई और आगे की राहपुलिस ने गौरव चौहान के खिलाफ IPC की धाराओं और ASI नियमों के उल्लंघन के तहत मामला दर्ज किया है। जांच जारी है, और पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। विशेषज्ञों का कहना है कि ताजमहल जैसे स्मारकों की सुरक्षा और सम्मान के लिए सख्त नियमों का पालन जरूरी है।पाठकों के लिए संदेशताजमहल हमारी साझा धरोहर है। इसे संरक्षित रखना हर भारतीय की जिम्मेदारी है। सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली खबरों को बिना जांचे स्वीकार न करें। हमें ऐसी गतिविधियों से बचना चाहिए, जो हमारे देश की एकता और सांस्कृतिक विरासत को नुकसान पहुंचाएं।दैनिक पड़ताल का उद्देश्य: यह खबर तथ्यों को सरल और निष्पक्ष तरीके से पाठकों तक पहुंचाने के लिए लिखी गई है। हमारा मकसद किसी धर्म, समुदाय, या व्यक्ति को ठेस पहुंचाना नहीं है। हम एक स्वस्थ और जिम्मेदार चर्चा को बढ़ावा देना चाहते हैं।