रामनवमी पर संभल में 'सत्यव्रत चौकी' का शुभारंभ – श्रीराम, सीता और लक्ष्मण के चित्रों से सजी चौकी

 

रामनवमी पर संभल में 'सत्यव्रत चौकी' का शुभारंभ – श्रीराम, सीता और लक्ष्मण के चित्रों से सजी चौकी

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@Krishan_IPS



संभल, उत्तर प्रदेश: रामनवमी के शुभ अवसर पर आज संभल में एक खास कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जहां 'सत्यव्रत चौकी' का उद्घाटन किया गया। इस मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी श्री कृषणन बिश्नोई (IPS) ने खुद चौकी का उद्घाटन किया और लोगों को शुभकामनाएं दीं।

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📜 सत्यव्रत नाम का ऐतिहासिक महत्व

संभल का पुराना नाम सत्यव्रत था, जो सतयुग के समय से जुड़ा हुआ है। इस नाम को फिर से जीवित करने के उद्देश्य से इस नई पुलिस चौकी का नाम भी 'सत्यव्रत चौकी' रखा गया है। यह नाम हमें हमारी प्राचीन संस्कृति और धर्म की याद दिलाता है।

🎨 संविधान की मूल प्रति से प्रेरित चित्र

इस चौकी की खास बात ये है कि यहां भगवान श्रीराम, माता सीता और भाई लक्ष्मण की सुंदर चित्रकारी की गई है। ये चित्र उस समय को दर्शाते हैं जब भगवान राम लंका विजय के बाद अयोध्या लौटे थे।

इन चित्रों की प्रेरणा संविधान की मूल प्रति में बने नंदलाल बोस के चित्रों से ली गई है। नंदलाल बोस एक महान भारतीय चित्रकार थे, जिन्होंने संविधान को सजाने के लिए अद्भुत कला का प्रयोग किया था।


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🛠️ राजस्थान के कारीगरों का योगदान

इन पवित्र चित्रों को तैयार करने का काम राजस्थान के अनुभवी कारीगरों ने किया है। उनकी मेहनत और कला ने चौकी की सुंदरता को और बढ़ा दिया है।


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🚓 पुलिस और समाज की एक नई शुरुआत

इस मौके पर श्री कृष्णन बिश्नोई ने कहा,

"रामनवमी का यह अवसर हमें सच्चाई और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। सत्यव्रत चौकी न केवल सुरक्षा का प्रतीक बनेगी, बल्कि यह हमारी संस्कृति और इतिहास से भी जोड़ने का काम करेगी।"

🎉 लोगों में दिखा उत्साह

चौकी के उद्घाटन पर स्थानीय लोगों में भी उत्साह देखने को मिला। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने चौकी के सामने रुककर चित्रों को देखा और फोटो भी खिंचवाई।


🔚 निष्कर्ष

संभल में सत्यव्रत चौकी का शुभारंभ एक नई शुरुआत है – जहां कानून व्यवस्था के साथ-साथ हमारी संस्कृति और परंपरा को भी सजाया और सहेजा गया है। रामनवमी जैसे शुभ दिन पर हुआ ये आयोजन सभी के लिए यादगार बन गया।


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